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नीट 2025 की 6 महीने में तैयारी कैसे करें (how to crack neet in 6 months) - एमबीबीएस, बीडीएस, आयुष और बीएससी नर्सिंग जैसे पाठ्यक्रमों के लिए देश की सबसे बड़ी मेडिकल प्रवेश परीक्षा राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश, नीट यूजी आयोजित की जाती है। 6 महीने में नीट 2025 की तैयारी कैसे करें (how to prepare for NEET 2025 in 6 months), यह जानने के लिए इस लेख को विस्तार से पढ़ें।
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यह प्रतिस्पर्धा वास्तव में कठिन है क्योंकि हर साल 105733 एमबीबीएस, 27,698 बीडीएस, 52,720 आयुष, और 525 पशु चिकित्सा सीटों के साथ-साथ 1,899 एम्स एमबीबीएस और 249 जिपमर सीटों पर प्रवेश के लिए 20 लाख से अधिक उम्मीदवार नीट रजिस्ट्रेशन फॉर्म भरते हैं। नीट 2025 में बहुत कुछ दांव पर लगे होने के कारण अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करते हुए कोई कसर नहीं छोड़नी चाहिए। पिछले वर्ष के नीट टॉपर्स और विशेषज्ञों के अनुसार, उम्मीदवारों को यह पता होना चाहिए कि इससे मतलब नहीं है आप कब तैयारी की शुरुआत करते हैं बल्कि अधिक अहमियत इस बात की होती है कि आपके पास जो है वह सब तैयारी में लगा दें। तैयारी की सही रणनीति न केवल उम्मीदवारों को नीट क्वालीफाई करने में मदद कर सकती है, बल्कि मेडिकल सीट प्राप्त करने के लिए अच्छे अंक के साथ उत्तीर्ण करा सकती है। प्रस्तुत है 6 महीने में नीट 2025 की तैयारी के टिप्स (NEET 2025 preparation tips for 6 months) पर आधारित Careers360 का यह लेख जिससे आपको परीक्षा के लिए एक ठोस रणनीति तैयार करने में मदद मिलेगी।
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सबसे महत्वपूर्ण तैयारी टिप का उद्देश्य मन में यह भाव लाना है कि नीट 2025 को क्रैक करने के लिए पूरी तैयारी के साथ मन को शांत करना भी जरूरी है। इसलिए यह समझना बहुत आवश्यक है कि नीट की तैयारी में खुद को इस तरह से न झोंकें कि जीवन परेशानियों से घिर जाए। हाँ, आपने सही पढ़ा। उम्मीदवारों को परीक्षा की प्रतिस्पर्धी प्रकृति से दूर रहना चाहिए। डॉक्टर बनने के लिए आप जो करना चाहते हैं, उसके लिए एक लक्ष्य निर्धारित करना शुरू करें। यह कोशिश अंततः आपको सफलता की ओर ले जाएगी। यदि आप किसी ऐसी चीज पर काम कर रहे हैं जो आप वास्तव में करना चाहते हैं, तो आपकी इस काम को लेकर चिंता आपका कभी भी भला नहीं कर सकती, केवल एमबीबीएस करने का सपना ही आपको इस लक्ष्य को प्राप्त करने में सहायक सिद्ध हो सकता है।
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"आप जहां हैं वहीं से शुरू करें। आपके पास जो है उसका उपयोग करें। आपसे जो संभव हो वह करें।" नीट परीक्षा की तैयारी में लगे सभी उम्मीदवारों के लिए ये सबसे सटीक बात कही गई है।
सफलता पाने के लिए 6 महीने में नीट 2025 की तैयारी के टिप्स (NEET 2025 preparation tips for 6 months) आप इस लेख से प्राप्त कर सकते हैं। इसमें नीट टॉपर्स और विशेषज्ञों की राय भी शामिल है। रणनीति उम्मीदवारों को एक अच्छी शुरुआत प्रदान कर देगी, इस प्रक्रिया में उम्मीदवार अपना स्वयं का शेड्यूल तैयार करने में सक्षम हो सकेंगे,और अंत में नीट की तैयारी के लिए मिले 6 महीने के समय का उपयोग करने के लिए जोर लगा सकेंगे।
इस बिंदु पर, उम्मीदवारों को नीट सिलेबस से पूरी तरह अवगत होना चाहिए। यह आनन-फानन में कुछ करने का समय नहीं है। मेडिकल उम्मीदवारों को प्रत्येक टॉपिक को विभाजित कर लेना चाहिए और प्रत्येक विषय के महत्वपूर्ण टॉपिक्स और अध्याय वार वेटेज को जान लेना चाहिए। यह ज्ञात तथ्य है कि उम्मीदवारों को एनसीईआरटी की पुस्तकों से अवगत होना चाहिए, साथ ही अन्य बोर्डों के सिलेबस से भी परिचित होना उनके लिए उपयोगी होगा क्योंकि विभिन्न राज्यों और एनसीईआरटी सिलेबस की कक्षा 11 और 12 के पाठ्यक्रम की समीक्षा के बाद नीट सिलेबस को संकलित किया जाता है। सामान्य टॉपिक्स की एक सूची बना लें और उन टॉपिक्स पर ध्यान केंद्रित करें जो एनसीईआरटी में शामिल नहीं हैं। उम्मीदवार महत्वपूर्ण टॉपिक्स को जानने के लिए नीट प्रश्न पत्र में आए सवालों की टॉपिकवार संख्या पता कर सकते हैं। इससे उन्हें पता रहेगा कि किन टॉपिक्स पर अधिक ध्यान देने की जरूरत है।
उम्मीदवार नीचे से प्रश्नों के विषय और टॉपिक-वाइज वितरण की जांच कर सकते हैं।
कक्षा | नीट 2025 के लिए वनस्पति विज्ञान के महत्वपूर्ण अध्याय | कुल |
बारहवीं | मानव कल्याण में जीव विज्ञान | 1 |
ग्यारहवीं | 5 | |
ग्यारहवीं | जीवन की विविधता | 5 |
बारहवीं | 6 | |
बारहवीं | 6 | |
ग्यारहवीं | 8 | |
बारहवीं | प्रजनन और यौन प्रजनन | 4 |
ग्यारहवीं | पादप संरचना | 5 |
बारहवीं | 7 | |
बारहवीं | 1 | |
ग्यारहवीं | 2 | |
कुल | 50 |
कक्षा | नीट 2025 के लिए जूलॉजी के महत्वपूर्ण अध्याय | कुल |
बारहवीं | मानव कल्याण में जीव विज्ञान | 2 |
ग्यारहवीं | कोशिका संरचना और कार्य | 4 |
ग्यारहवीं | जीवन की विविधता | 0 |
बारहवीं | 3 | |
बारहवीं | आनुवंशिकी | 5 |
ग्यारहवीं | पादप कार्यिकी | 0 |
बारहवीं | प्रजनन और यौन प्रजनन | 0 |
ग्यारहवीं | पादप संरचना | 0 |
ग्यारहवीं | 5 | |
बारहवीं | पशुपालन और जैव प्रौद्योगिकी | 6 |
बारहवीं | विकास | 1 |
बारहवीं | 1 | |
ग्यारहवीं | 10 | |
बारहवीं | 6 | |
ग्यारहवीं | 3 | |
ग्यारहवीं | 4 | |
कुल | 50 |
कक्षा | अनुभाग का नाम | कुल |
ग्यारहवीं | कार्बनिक रसायन विज्ञान | 6 |
बारहवीं | कार्बनिक रसायन विज्ञान | 11 |
ग्यारहवीं | अकार्बनिक रसायन विज्ञान | 8 |
बारहवीं | अकार्बनिक रसायन विज्ञान | 11 |
ग्यारहवीं | भौतिक रसायन | 6 |
बारहवीं | भौतिक रसायन | 8 |
कुल | 50 |
कक्षा | अध्याय का नाम | कुल |
बारहवीं | विद्युत | 10 |
ग्यारहवीं | ऊष्मा और ऊष्मप्रवैगिकी | 2 |
बारहवीं | चुंबकत्व | 10 |
ग्यारहवीं | यांत्रिकी | 16 |
बारहवीं | आधुनिक भौतिकी | 8 |
बारहवीं | प्रकाशिकी | 4 |
ग्यारहवीं | तरंग | 0 |
कुल | 50 |
6 महीने में नीट 2025 की तैयारी (prepare for NEET 2025 in 6 months) शुरू करने से पहले, उम्मीदवारों को नीट 2025 परीक्षा पैटर्न (NEET exam pattern 2025 in hindi) की जानकारी जरूर होनी चाहिए। नीट 2025 परीक्षा पैटर्न (NEET 2025 Exam Pattern) के अनुसार, प्रत्येक गलत उत्तर के लिए एक अंक काटा जाएगा, इसलिए उम्मीदवारों को केवल उन्हीं प्रश्नों का उत्तर देना चाहिए जिनके बारे में वे आश्वस्त हैं। उम्मीदवार तदनुसार अपनी रणनीति तैयार करने के लिए नीट 2025 परीक्षा पैटर्न (NEET 2025 exam pattern) की त्वरित समीक्षा कर सकते हैं।
अन्य महत्वपूर्ण लेख :
नीट 2025 शीर्षक | नीट 2025 विवरण |
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मई, 2025 | |
भाषाओं की कुल संख्या | 13 |
प्रश्नों की संख्या | NEET 2025 परीक्षा में कुल प्रश्नों की संख्या 200 है, लेकिन उम्मीदवारों को केवल 180 प्रश्नों का प्रयास करना है। |
भौतिकी से नीट प्रश्नों की कुल संख्या | 35 + 15 प्रश्न |
रसायन विज्ञान से नीट 2025 प्रश्नों की कुल संख्या | 35 + 15 प्रश्न |
जीव विज्ञान से नीट प्रश्नों की कुल संख्या | (बॉटनी- 35 + 15, जूलॉजी- 35 + 15) प्रश्न |
नीट 2025 में प्रश्नों के प्रकार | बहुविकल्पीय प्रश्न (एमसीक्यू) |
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6 महीने में नीट की तैयारी के लिए कोई भी कई किताबों से अध्ययन कर सकता है, लेकिन सही सामग्री का चयन करना हमेशा चुनौतीपूर्ण होता है। यह बिना कहे ही मान्य है कि उम्मीदवारों को कक्षा 11 और 12 की एनसीईआरटी की किताबों से तैयारी करनी चाहिए क्योंकि नीट 2025 का प्रश्न पत्र उसी पाठ्यक्रम से तैयार किया जाएगा।
पिछले वर्ष के टॉपर्स के अनुसार, 6 महीने में नीट 2025 के फिजिक्स सेक्शन की तैयारी करने के लिए, परीक्षा को पास करने के इच्छुक उम्मीदवारों को विभिन्न पुस्तकों से अधिक से अधिक न्यूमेरिकल हल करने होंगे। केमिस्ट्री सेक्शन के लिए, तीनों सेक्शन- फिजिकल, ऑर्गेनिक और इनऑर्गेनिक के लिए दृष्टिकोण अलग-अलग होना चाहिए। फिजिकल केमिस्ट्री में न्यूमेरिकल होता है ,जबकि ऑर्गेनिक और इनऑर्गेनिक सेक्शन में सैद्धांतिक हिस्सा शामिल है। 6 महीने में नीट के जीव विज्ञान खंड की तैयारी के लिए, उम्मीदवार अन्य प्रतियोगी पुस्तकों को आजमा सकते हैं और वस्तुनिष्ठ प्रकार के प्रश्नों का अभ्यास कर सकते हैं।
नीट 2018 के एआईआर 3 प्राप्त करने वाले हिमांशु शर्मा के अनुसार, “नीट के लिए मैंने एनसीईआरटी पाठ्यपुस्तकों पर अधिक ध्यान केंद्रित किया, महत्वपूर्ण पंक्तियों को रेखांकित किया और महत्वपूर्ण अवधारणाओं को समझा। यदि मुझे किसी भी अवधारणा पर संदेह होता, तो मैं अपनी शंकाओं को दूर करने के लिए अन्य विदेशी पुस्तकों और इंजीनियरिंग की पुस्तकों की ओर रुख करता था।"
उम्मीदवार 6 महीने में नीट 2025 की बेहतर तैयारी के लिए कक्षा 11 और 12 की एनसीईआरटी किताबों के अलावा किताबों की सूची यहां देख सकते हैं।
उम्मीदवार 6 महीने में नीट 2025 की बेहतर तैयारी करने के लिए कक्षा 11 और 12 की NCERT पुस्तकों के अलावा कुछ पुस्तकों की सूची यहां देख सकते हैं।
6 महीने में नीट फिजिक्स की तैयारी के लिए पुस्तकें (Books to prepare for NEET Physics in 6 months) | 6 महीने में नीट केमिस्ट्री की तैयारी के लिए बुक्स (Books to prepare for NEET Chemistry in 6 months) | 6 महीने में नीट बायोलॉजी की तैयारी के लिए बुक्स (Books to prepare for NEET Biology in 6 months ) |
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नीट 2025 की तैयारी रणनीति (preparation strategy for NEET 2025) का एक और महत्वपूर्ण पहलू प्रभावी अध्ययन योजना है। जैसा कि कहा जाता है, "हर मिनट का ध्यान रखें, पूरे समय का सदुपयोग स्वतः हो जाएगा।" छोटे लक्ष्य बनाएं और धीरे-धीरे सब कुछ समझ आने लगेगा। 6 महीने में नीट 2025 की तैयारी (prepare for NEET 2025 in 6 months) के लिए समय सारिणी तैयार करते समय नीचे दिए गए बिंदुओं पर ध्यान दें -
उम्मीदवार प्रत्येक खंड के लिए समय विभाजित कर सकते हैं और हर दिन के लिए एक लक्ष्य रख सकते हैं।
6 महीने में नीट 2025 की तैयारी के लिए अध्ययन समय सारिणी में किसी टॉपिक को पूरा करने, मॉक टेस्ट अभ्यास और गलतियों के विश्लेषण को भी जगह मिली होनी चाहिए।
बहुत बड़े लक्ष्य न बनाएं, बल्कि ऐसे लक्ष्य बनाएं जो वास्तविक लगें और आपको प्रत्येक विषय को ध्यान से समझने का समय दें।
उन सभी महत्वपूर्ण बिंदुओं और सूत्रों को नोट करें जिन्हें दिन में कवर किया गया हो।
समय सारिणी में बीच-बीच में मनोरंजक गतिविधियों के लिए छोटे ब्रेक भी रखे जाने चाहिए।
तरोताजा रहने और अवधारणाओं को बेहतर ढंग से समझने के लिए हर दिन कम से कम छह घंटे की नींद लेना भी आवश्यक है।
विशेषज्ञों के अनुसार, उम्मीदवारों द्वारा नीट पाठ्यक्रम 2025 (NEET Syllabus 2025 in hindi) को पूरा कर लेने की प्रतीक्षा करने और फिर नीट 2025 मॉक टेस्ट (NEET 2025 Mock Test) का अभ्यास करना, सबसे अच्छा तरीका नहीं है। बुनियादी अवधारणाओं को जानना महत्वपूर्ण है, लेकिन प्रश्न पत्र में आने वाले प्रश्नों के स्तर को जानना भी महत्वपूर्ण है। नीट के उम्मीदवारों को अध्ययन करना चाहिए, मॉक टेस्ट का अभ्यास करना चाहिए और होने वाली गलतियों का विश्लेषण करना चाहिए, यह सभी काम साथ-साथ किए जाने चाहिए। पिछले वर्ष के प्रश्न पत्रों और मॉक टेस्ट का अभ्यास नीट 2025 के लिए तय समय सीमा में करने से वस्तुनिष्ठ प्रश्नों को हल करने में उम्मीदवारों को मदद मिलेगी और वे जिन टॉपिक्स से प्रश्न अक्सर पूछे जाते हैं, उनको जान लेते हैं और तीन घंटे में पेपर हल करने के आदी हो जाते हैं। इससे पहले से ही उम्मीदवारों को परीक्षा के दिन का अनुभव रहेगा।
टीआईएमई के अकादमिक प्रमुख आनंद नागराजन कहते हैं, "एक बार पढ़ लेने के बाद उल्टी दिशा में काम करना शुरू करें और पिछले वर्षों के प्रश्न पत्रों और नीट के मॉक टेस्ट को हल करें। यदि कहीं सैद्धांतिक पहलू पर पकड़ कमजोर लग रही हो, तो संबंधित सिद्धांतों को साथ में पढ़ते चलें। नीट 2025 परीक्षा पैटर्न और सिलेबस पर आधारित पिछले वर्षों के कम से कम 12 पेपर और मेडिकल एंट्रेंस के कुछ मॉक टेस्ट हल करें।”
इस पूरी यात्रा में कड़ी मेहनत, दृढ़ता, खूब पढ़ने, सीखने और कई त्याग करने की जरूरत होगी। पूरी प्रक्रिया के दौरान आशावादी बने रहना बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि नीट 2025 का सिलेबस बहुत विशाल है और यह शुरुआत में मुश्किल लग सकता है। रटने से मदद नहीं मिलेगी क्योंकि पढ़ने को बहुत अधिक है लेकिन टॉपिक्स को समझने से उम्मीदवारों का आत्मविश्वास बढ़ेगा क्योंकि एक अवधारणा अच्छी समझ से अगले टॉपिक को समझने में मदद मिलेगी। पोषक आहार लें और एकाग्र बने रहें।
जैसा कि एआईआर 3 लाने वाले हिमांशु धामीजा ने भावी प्रतिभागियों के लिए अपने संदेश में कहा, “पढ़ाई के साथ-साथ खुश रहना भी महत्वपूर्ण है। अपने पर अधिक दबाव न डालें और अपनी निर्धारित अध्ययन दिनचर्या का पालन करें।”
अन्य उपयोगी लिंक
सिर्फ 6 महीनों में नीट में 600 अंक हासिल करना काफी चुनौतीपूर्ण होगा, लेकिन अगर कोई समर्पित है और लगातार प्रयास करने को तैयार है तो यह असंभव नहीं है। नीट परीक्षा अत्यधिक प्रतिस्पर्धी है और इसमें 11वीं और 12वीं कक्षा के जीव विज्ञान, भौतिकी और रसायन विज्ञान पाठ्यक्रम से लेकर विषयों की एक विस्तृत श्रृंखला शामिल है। यहां कुछ सुझाव दिए गए हैं जो उम्मीदवारों को उनकी तैयारी में मदद करेंगे:
एक अध्ययन योजना बनाएं
सिलेबस को समझें
अच्छे अध्ययन सामग्री से पढ़ाई करें
समय का कुशलतापूर्वक प्रबंधन करें
नियमित अभ्यास करें
कॉन्सेप्ट पर ध्यान दें
संदेह स्पष्ट करें
स्वस्थ जीवन शैली बनाए रखें
सकारात्मक बने रहें
केवल 6 महीनों में नीट को क्रैक करना एक कठिन कार्य है, लेकिन सही रणनीति, समर्पण और लगातार प्रयास के साथ इसे हासिल किया जा सकता है। इस सीमित समय सीमा में प्रभावी ढंग से तैयारी करने में आपकी सहायता के लिए चरण-दर-चरण मार्गदर्शिका नीचे दी गई है:
सिलेबस और परीक्षा पैटर्न को समझें
एक यथार्थवादी अध्ययन कार्यक्रम बनाएं
एनसीईआरटी की किताबें पढ़ें
नियमित अभ्यास करें
अवधारणाओं को समझें
व्यवस्थित ढंग से रिवीजन करें
स्पष्टता रखें
स्वस्थ रहें
ओवरलोडिंग से बचें
नीट की तैयारी के लिए एक व्यक्तिगत अध्ययन समय सारिणी बनाना शक्तियों, कमजोरियों और प्रत्येक दिन समर्पित किए जाने वाले समय पर निर्भर करता है। यहां एक सरल अध्ययन समय सारिणी है जिसे उम्मीदवार अपनी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए अपना सकते हैं।
महीना 1-2: फाउंडेशन और बेसिक कॉन्सेप्ट
सुबह (8:00 बजे से- 11:00 बजे तक): भौतिकी
दोपहर (12:00 बजे से - 2:00 बजे तक): रसायन विज्ञान
शाम (3:00 बजे से - 6:00 बजे तक): जीव विज्ञान (वनस्पति विज्ञान और प्राणी शास्त्र वैकल्पिक दिन)
माह 3-4: गहन अध्ययन और अभ्यास
सुबह (8:00 बजे से - 11:00 बजे तक): भौतिकी
दोपहर (12:00 बजे से - 2:00 बजे तक): रसायन विज्ञान
शाम (3:00 बजे से - 6:00 बजे तक): जीव विज्ञान (वनस्पति विज्ञान और प्राणी शास्त्र वैकल्पिक दिन)
महीना 5: रिवीजन और मॉक टेस्ट
सुबह (8:00 बजे से - 11:00 बजे तक): मॉक टेस्ट
दोपहर (12:00 बजे से - 2:00 बजे तक): मॉक टेस्ट विश्लेषण से कमजोर विषयों को संशोधित करें
शाम (3:00 बजे से - 6:00 बजे तक): प्रश्नों का अभ्यास करें और दोहराएँ
महीना 6: फाइनल रिवीजन और प्रैक्टिस
सुबह (8:00 बजे से- 11:00 बजे तक): सभी विषयों का अंतिम पुनरीक्षण
दोपहर (12:00 बजे से - 2:00 बजे तक): पिछले वर्षों के प्रश्नपत्रों को हल करना
शाम (3:00 बजे से - 6:00 बजे तक): अंतिम अभ्यास, संशोधित सूत्र, और मुख्य अवधारणा
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जी हाँ! आप छ: महीने में नीट परीक्षा पास कर सकते हैं। इसके लिए आपको अपने लक्ष्य पर फोकस करना होगा। यदि आप 6 महीने में नीट परीक्षा पास करना चाहते हैं तो आपको 6 महीने पूरी तरह से नीट परीक्षा को ही देने होंगे। इसमें कोई दो राय नहीं है कि नीट परीक्षा देश की सबसे कठिनतम परीक्षाओं में से एक है। परंतु छात्र यदि दृढ़ निश्चय करें तो वें इस परीक्षा की तैयारी 6 महीने में पूरी कर सकते हैं।
6 महीने में नीट परीक्षा पास करना कठिन है, परंतु छात्र यदि सही योजना का उपयोग करें तो वें निश्चित रूप से परीक्षा में सफल हो सकते है। सबसे पहले छात्रों को अपने दिमाग को इसके लिए तैयार करना होगा तथा शांत रखना होगा यदि दिमाग शांत नहीं होगा तो परीक्षा उत्तीर्ण करना मुश्किल हो जाएगा। इसके पश्चात छात्रों को नीट परीक्षा के सिलेबस का पता होना चाहिए। छात्रों को नीट में आने वाले अध्यायों की एक सूची तैयारी करनी चाहिए तथा एक-एक विषय की तैयारी करनी चाहिए। सबसे अधिक वेटेज वाले विषय को पहले तैयार करे। छोटे- छोटे नोट्स बनाए ताकि आपको रिविज़न करने में आसानी हो। रिविज़न इस तैयारी का सबसे महत्वपूर्ण पहलू है। जब छात्र एक विषय को तैयार करता है तो उसे साथ के साथ उसके नोट्स बना लेने चाहिए और फिर उन नोट्स को बार बार रिविज़न करना चाहिए। इससे छात्रों को बार बार एक ही अध्याय को पढ़ने की जरूरत नहीं होगी। अपने दैनिक लक्ष्य निर्धारित करें तथा उन्हें पूरा करने के लिए कठिन परिश्रम करें। चाहे कुछ भी हो आपके दैनिक लक्ष्य पूरे होने चाहिए। इसके बाद अभ्यास सबसे जरूरी है। यदि आप अभ्यास करते है तो निश्चित रूप से आपको आपके कमजोर विषयों और परीक्षा पैटर्न के बारे में पता चलेगा। इससे आपको यह लाभ होगा कि समय रहते अपने कमजोर विषयों को मजबूत कर पाएंगे। यदि छात्र इस तरह की रणनीति बनाते है तो वें निश्चित रूप से 6 महीने के भीतर नीट परीक्षा को पास करने में सफल होंगे।
छात्रों को अपनी सुविधा के अनुसार ही नीट के लिए टाइम-टेबल बनाना चाहिए। छात्रों को चाहिए कि वें अपना अधिक से अधिक समय अपनी तैयारी को दें। चुंकी परीक्षा में केवल 6 महीने ही बचे है, तो छात्रों को पूरी तरह से तैयारी में जुट जाना चाहिए। कोशिश कीजिये की सुबह जल्दी उठे। क्योंकि सुबह हमारा दिमाग बिल्कुल फ्रेश होता है। ऐसे समय में पढ़ाई करने से छात्रों को जल्दी याद होता है और कान्सैप्ट जल्दी ही छात्रों के दिमाग में बैठ जाते है। इसलिए हमारे बड़े हमें सुबह उठ कर पढ़ने के लिए कहते है। इसके साथ को हर विषय के लिए पढ़ाई के घंटों का निर्धारण करना होगा। यानि हर विषय को कितना समय देना है, यह आपको पहले से ही निर्धारित करना होगा। आपके टाइम टेबल के अनुसार ही आपकी दिनचर्या चलनी चाहिए। यदि आप अपने टाइम टेबल के प्रति ईमानदार रहते है, आप जल्द ही अपनी परीक्षा की तैयारी को मजबूत कर लेंगे। यदि छात्र इस तरह से टाइम टेबल बनाएँगे तो यह उनके लिए बेस्ट टाइम टेबल(best timetable for neet aspirant) होगा।
नीट परीक्षा की न्यूनतम योग्यता मानदंड विज्ञान स्ट्रीम से 12 कक्षा में उत्तीर्ण होना है। यदि छात्र नीट पास करने का सपना देखते है तो उन्हे साइंस स्ट्रीम से होना जरूरी है। इसका अर्थ यह कि उन्होंनें 11 वीं तथा 12 वीं कक्षा में साइंस स्ट्रीम से पढ़ाई की है। नीट परीक्षा में 11वीं तथा 12 वीं का सिलेबस आधार है। छात्रों को सबसे पहले अपने 11 वीं तथा 12 वीं के सिलेबस को मजबूत करना चाहिए। नीट परीक्षा में आने वाले अध्यायों की सूची तैयार करनी चाहिए तथा उसके अनुसार ही एक- एक कर विषयों को समाप्त और मजबूत करते हुए आगे बढ्न चाहिए। इसके साथ ही छात्रों को पिछलें वर्ष के प्रश्न- पत्रों को भी देखना चाहिए। इससे उन्हें परीक्षा में विषयों के वेटेज के बारे में पता चलेगा और वह महत्वपूर्ण विषयों पर अधिक ध्यान केंद्रित करके परीक्षा में सफल हो सकते है।
नीट सिलेबस को 6 महीने में समाप्त करना बेहद कठिन है। जब छात्रों के पास कम समय होता है तो उन्हें कठिन परिश्रम के साथ-साथ स्मार्ट वर्क भी करना होता है। ऐसे में सबसे पहले छात्रों को पिछले वर्ष के प्रश्न-पत्र देखें। इससे आपको महत्वपूर्ण विषयों तथा परीक्षा के ट्रेंड के बारे में पता चल जाएगा। छात्रों को इसके अनुसार ही अपनी परीक्षा की तैयारी करनी होगी। सबसे महत्वपूर्ण विषयों को सबसे पहले मजबूत करना होगा तथा अधिक से अधिक मॉक टेस्ट का अभ्यास करना होगा। छात्र जब प्रश्नों के उत्तर को विस्तार से पढ़ेंगे, इससे भी उनका काफी कान्सैप्ट क्लियर हो जाएगा।
नीट की तैयारी के लिए पुस्तकों की कोई कमी नहीं है लेकिन सही सामग्री का चयन करना चुनौतीपूर्ण होता है। चूंकि NCERT की किताबें सूचना का सबसे महत्वपूर्ण स्रोत हैं इसलिए यह कहने की जरूरत नहीं है कि उम्मीदवारों को कक्षा 11 और 12 के लिए NCERT की किताबों से तैयारी करनी चाहिए। संदर्भ के लिए अन्य पुस्तकों की जानकारी लेख में दी गई है।
उम्मीदवार प्रत्येक खंड के लिए समय विभाजित करें और हर दिन के लिए लक्ष्य रखें।
6 महीने में नीट 2025 की तैयारी के लिए अध्ययन समय सारिणी में किसी टॉपिक को पूरा करने, मॉक टेस्ट अभ्यास और गलतियों के विश्लेषण को भी जगह दें।
बहुत बड़े लक्ष्य न बनाएं, बल्कि ऐसे लक्ष्य बनाएं जो वास्तविक लगें और आपको प्रत्येक विषय को समझने का समय दें।
विशेषज्ञों के अनुसार, नीट पाठ्यक्रम 2025 को पूरा करने के बाद नीट 2025 मॉक टेस्ट का अभ्यास करना, नीट की तैयारी का सबसे अच्छा तरीका नहीं है। बुनियादी अवधारणाओं को जानना महत्वपूर्ण है लेकिन प्रश्न पत्र में आने वाले प्रश्नों के स्तर को जानना भी महत्वपूर्ण है। नीट के उम्मीदवारों को अध्ययन करना चाहिए, मॉक टेस्ट का अभ्यास करना चाहिए और होने वाली गलतियों का विश्लेषण करना चाहिए, यह सभी काम साथ-साथ किए जाने चाहिए। पिछले वर्ष के प्रश्न पत्रों और मॉक टेस्ट का अभ्यास नीट 2025 के लिए तय समय सीमा में करने से वस्तुनिष्ठ प्रश्नों को हल करने में उम्मीदवारों को मदद मिलेगी और वे जिन टॉपिक्स से प्रश्न अक्सर पूछे जाते हैं उनको जान लेते हैं और तीन घंटे में पेपर हल करने के आदी हो जाते हैं। इससे पहले से ही उम्मीदवारों को परीक्षा के दिन का अनुभव रहेगा।
Hello Greetings
With a rank of 94k in the EWS quota, the chances of getting a clinical branch are relatively low, but you may still have opportunities for non-clinical branches. According to the expected NEET PG rank-wise seat allotment, candidates with ranks between 40,000 to 80,000 may have chances for non-clinical branches like MD Biochemistry, MD Microbiology, or MD Pathology in private colleges or deemed universities . However, clinical branches like General Surgery, General Medicine, or MD Radiodiagnosis are typically more competitive and may require lower ranks. It's essential to research and prioritize your preferences during counseling to maximize your chances of securing a seat in a desirable branch.
Have a great day
I don't have personal preferences or needs, but if you're asking about a target NEET score for admission to a specific medical college or program, it depends on various factors, such as:
1. Your desired college: Top medical colleges, like AIIMS or government medical colleges, typically require higher NEET scores, often in the range of 600-700+ marks for general category students.
2. Your category: If you're applying under a reserved category (e.g., SC/ST/OBC), the required score may be lower.
3. Your state or preferred region: State quotas may have different cutoffs compared to national-level seats.
Generally, a score of 500-550 marks might be a reasonable target for many government medical colleges in India. To maximize your chances, aim for a higher score to give you more options for both government and private institutions. Would you like some guidance on how to strategize your preparation?
Hello aspirant,
It is anticipated that NTA would administer NEET 2026 in pen-and-paper format on May 3, 2026, the first Sunday in May. The minimum age requirement for NEET 2026 is 17 years old at the time of admission, or must reach that age by December 31, 2026, at the latest.
So yes you are eligible for NEET 2026.
For more information, you can visit our site through following link: https://medicine.careers360.com/articles/neet-2026
Thank you
To get admission into SIA College of Physiotherapy, you'll need to score well in NEET, but the exact cutoff score isn't specified. However, we do know that admissions are strictly based on NEET scores, with 85% of seats allocated through DMER as per the state merit list, and the remaining 15% filled through institutional quota based on NEET marks . Generally, NEET cutoffs vary from year to year, but to give you a rough idea, you can check the NEET cutoffs for previous years on websites like Careers360 .
Hi,
To get admission to the SIA College of Physiotherapy , you need to pass the NEET (National Eligibility cum Entrance Test) . The exact cut-off score can vary each year based on the number of applicants and the difficulty of the exam. Generally, a higher rank (which corresponds to a higher score) increases your chances of securing a seat.
For the most accurate information, I recommend checking the official website of the SIA College of Physiotherapy or contacting their admissions office directly
Orthotists and Prosthetists are professionals who provide aid to patients with disabilities. They fix them to artificial limbs (prosthetics) and help them to regain stability. There are times when people lose their limbs in an accident. In some other occasions, they are born without a limb or orthopaedic impairment. Orthotists and prosthetists play a crucial role in their lives with fixing them to assistive devices and provide mobility.
A career in pathology in India is filled with several responsibilities as it is a medical branch and affects human lives. The demand for pathologists has been increasing over the past few years as people are getting more aware of different diseases. Not only that, but an increase in population and lifestyle changes have also contributed to the increase in a pathologist’s demand. The pathology careers provide an extremely huge number of opportunities and if you want to be a part of the medical field you can consider being a pathologist. If you want to know more about a career in pathology in India then continue reading this article.
A veterinary doctor is a professional, working in animal healthcare. He or she conducts medical examinations, diagnoses, and treats various illnesses of animals. Animals have distinct internal organs and functions, requiring specialised attention from a veterinary doctor. A doctor who treats humans cannot offer the same level of care to animals due to these variations. Therefore, a veterinary doctor plays a critical role in animal welfare.
Veterinary professionals prevent illness by providing vaccines and offering advice on animal nutrition and overall health. Their knowledge extends beyond household animals and includes livestock, wildlife, and exotic animals. Individuals who love animals and want to treat their illnesses, injuries, and diseases must opt for a career as a veterinary doctor.
Speech therapists are essential medical professionals addressing speech disorders. Whether it's delayed speech in children or difficulties in pronunciation, these experts play a crucial role. This article explores how to become a speech therapist in India, covering courses, colleges, and the responsibilities of this impactful profession.
Gynaecology can be defined as the study of the female body. The job outlook for gynaecology is excellent since there is evergreen demand for one because of their responsibility of dealing with not only women’s health but also fertility and pregnancy issues. Although most women prefer to have a women obstetrician gynaecologist as their doctor, men also explore a career as a gynaecologist and there are ample amounts of male doctors in the field who are gynaecologists and aid women during delivery and childbirth.
The audiologist career involves audiology professionals who are responsible to treat hearing loss and proactively preventing the relevant damage. Individuals who opt for a career as an audiologist use various testing strategies with the aim to determine if someone has a normal sensitivity to sounds or not. After the identification of hearing loss, a hearing doctor is required to determine which sections of the hearing are affected, to what extent they are affected, and where the wound causing the hearing loss is found. As soon as the hearing loss is identified, the patients are provided with recommendations for interventions and rehabilitation such as hearing aids, cochlear implants, and appropriate medical referrals. While audiology is a branch of science that studies and researches hearing, balance, and related disorders.
An oncologist is a specialised doctor responsible for providing medical care to patients diagnosed with cancer. He or she uses several therapies to control the cancer and its effect on the human body such as chemotherapy, immunotherapy, radiation therapy and biopsy. An oncologist designs a treatment plan based on a pathology report after diagnosing the type of cancer and where it is spreading inside the body.
Are you searching for an ‘Anatomist job description’? An Anatomist is a research professional who applies the laws of biological science to determine the ability of bodies of various living organisms including animals and humans to regenerate the damaged or destroyed organs. If you want to know what does an anatomist do, then read the entire article, where we will answer all your questions.
A Narcotics Officer is an officer employed by the state to investigate the usage of drugs and their trafficking. A narcotics officer conducts undercover operations, investigates suspected drug dealers, executes raids and other appropriate actions for arresting these traffickers to reduce the circulation of drugs in the country.
A narcotics officer works in collaboration with other government agencies to stop drug trafficking at borders. He or she engages with various NGOs and public organisations to teach people about the dangerous effects of drug usage. A narcotics officer plays an important role in reducing the illegal activities of drug dealers and the circulation of drugs in the nation.
If we talk about a career as a research associate, it all comes down to one thing - curiosity towards nature and the passion to find answers. A career as a research associate is full of thrill and excitement. However, a research associate also faces a lot of challenges and failures while working on a project. A job of a research associate includes a spectrum of Science as a subject in detail.
A career as a Drug Inspector is regarded as one of the most diverse in the field of healthcare and pharmacy. Candidates must undergo a screening process administered by the UPSC and or SPSCs in order to become drug inspectors. Those who manage it through the selection process will have a rewarding career with a high salary.
A Biotechnologist is a professional who possesses strong knowledge and techniques that are utilised in creating and developing innovative products that improve the quality of human life standards. A biochemist uses biological organisms to create and improve goods and procedures for agriculture, medicine, and sustainability. He or she researches the genetic, chemical, and physical characteristics of cells, tissues, and organisms to determine how they can be used industrially.
A career as R&D Personnel requires researching, planning, and implementing new programs and protocols into their organization and overseeing new products’ development. He or she uses his or her creative abilities to improve the existing products as per the requirements of the target market.
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